इस लेख में हम आपको बच्चों के लिए छोटी कहानियां (Short Story in Hindi) नैतिक शिक्षा के साथ बताएंगे। यह लेख खासकर उन बच्चों को ध्यान में रखकर लिखा गया है, जो छोटी कहानी इन हिंदी (Very Short Story in Hindi) पढ़ना चाहते है। तो चलिए इस Hindi Short Story लेख को शुरू करते है।
Short Story in Hindi with Moral- हिंदी नैतिक कहानियां
दोस्तों, यहां हम आपको विश्वभर की विभिन्न प्रकार की नैतिक कहानियां जैसे Motivational Short Stories in Hindi, Panchtantra ki Kahani आदि बताएंगे, जो बच्चों को नैतिक शिक्षा और प्रेरणा प्रदान करेगी।
#1. शेर और चूहे की कहानी (Small Story in Hindi)
एक समय की बात है एक घनी जंगल में एक शेर रहता था, जो जंगल का राजा था। एक दिन दोपहर के समय शिकार को खाने के बाद वह एक पेड़ के नीचे चैन की नींद सो रहा था।
तभी उसे पेड़ के नीचे एक बिल में रहने वाला चूहा बाहर आया जैसे ही चूहे ने शेर को सोता हुआ देखा तो उसे मस्ती सूझी वह शेर के ऊपर चढ़कर कूदने लगा, जिसमें चूहे को बहुत मजा आ रहा था।
चूहा की इस हरकत से शेर नींद से जग गया और गुस्से में जोर से दहाड़ कर उठ गया। शेर के उठते ही चूहा दौड़कर अपने बिल में जाकर छुप गया। शेर ने इधर-उधर देखा उसे कोई नहीं दिख तो शेर वापस गहरी नींद सो गया।
शेर के सो जाने पर चूहा फिर से अपने बिल से निकाला और शेर पर जाकर कूदने लगा। उसकी पुछ पर एक सिरे पर चढ़ना और दूसरे सिरे से नीचे उतर जाता तो कभी read more…
#2. अक्लमंद आदमी और शेर की कहानी
एक समय की बात है, राहुल नामक एक व्यक्ति घने जंगल से जा रहा था। अचानक, उसके सामने एक आदमखोर शेर आ गया। शेर बहुत भूखा था, राहुल को देखते ही जोर जोर से गरजने लगा।
राहुल डर गया और अपनी जान बचाने की उपाय सोचने लगा। उसने शेर से कहा, “जंगलराज, मैं जानता हूं कि आप मुझे खाना चाहते हैं, लेकिन मेरे पास एक तरकीब है जिससे आपकी भूख हमेशा के लिए मिट सकती है।”
शेर ने पूछा, “कैसी तरकीब?”
राहुल ने उत्तर दिया, “अगर आप मुझे नहीं खाएंगे, तो मैं आपको एक ऐसा जादूगर से मिलाऊंगा जो आपको कभी भूखा नहीं read more…
#3. दो बकरी और बाघ की कहानी
एक जंगल में दो बकरियाँ रहा करती थीं, जिनमें बहुत गहरी दोस्ती थी। वे दोनों हमेशा साथ रहतीं, साथ चरतीं, और साथ में नदी पर पानी पीने जाती थीं। एक दिन, जंगल में बहुत खूंखार बाघ आ गया। सभी जानवर डर गए और अपने-अपने घरों में छिप गए।
बाघ ने सोचा कि वह अपने शिकार के लिए नदी के पास जाएगा, क्योंकि सभी जानवर पानी पीने वहीं आते हैं। जैसे ही बाघ नदी के पास पहुँचा, उसने देखा कि दोनों बकरियाँ वहाँ पानी पी रही थीं।
बाघ ने मन ही मन सोचा, “आज तो दो शिकार एक साथ मिल गया!”
लेकिन बकरियों ने जैसे ही बाघ को देखा, वे घबराई नहीं। वे समझदार और बहादुर थीं। उनमें से एक बकरी ने बाघ से कहा, “हे बाघराज, हमें मारने से पहले ज़रा सुनो। हम जानते हैं कि read more…
#4. शिकारी और कबूतर की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, छोटे से गाँव में मोहन नाम का एक शिकारी रहता था। वह रोज़ाना अपने शिकार के लिए जंगल जाता और उससे अपने परिवार का पालन-पोषण करता। उस शिकारी के पास एक बड़ा जाल था जिसे वह पक्षियों को पकड़ने के लिए इस्तेमाल करता था।
एक दिन मोहन ने सोचा, “आज मुझे कुछ बड़ा शिकार करना चाहिए ताकि कई दिनों तक का भोजन मिल सके।” उसने जंगल के अंदर गहराई तक जाने का निर्णय लिया और वहां जाकर अपने जाल को एक बड़े बरगद के पेड़ के नीचे बिछा दिया।
मोहन ने जाल को पत्तों और टहनियों से ढक दिया ताकि कोई पक्षी जाल को देख न सके। फिर वह पास की झाड़ियों में छिपकर पक्षीयों के जाल में फसने का इंतजार करने लगा।
बहुत समय बीत गया लेकिन कोई पक्षी उस जाल के पास नहीं आया। शिकारी धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा था। आखिरकार, आसमान में कबूतरों का एक झुंड दिखाई दिया। वे भूखे थे और जमीन पर दाने की read more…
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#5. लोमड़ी और अंगूर की कहानी
एक समय की बात है, एक भूखी लोमड़ी जंगल में खाने की तलाश में घूम रही थी। घूमते-घूमते वह एक बगीचे में पहुंची जहाँ उसे अंगूरों की एक बेल दिखाई दी। बेल पर अंगूरों के गुच्छे लटक रहे थे, और वे बहुत ही रसीले और स्वादिष्ट दिख रहे थे।
लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया और उसने सोचा, “इन अंगूरों को खाकर मेरी भूख मिट जाएगी।”
लोमड़ी ने अंगूरों के गुच्छों तक पहुँचने के लिए ऊँची छलांग लगाई, लेकिन वह उन तक पहुँच read more…
#6. बगुला भगत और केकड़ा की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक बड़ा-सा तालाब था। उस तालाब में कई तरह के जीव-जंतु रहते थे जैसे मछलियां, मेंढक, केकड़े आदि। उसी तालाब के आस-पास एक बगुला भी रहता था, जिसे अब बूढ़ा होने के कारण मछलियों का शिकार करने में कठिनाई होता था। भूख से परेशान बगुले ने एक बेहतरीन उपाय सोची।
बगुला तालाब के किनारे उदास और चिंता में डूबा हुआ बैठा रहा। तालाब के जीव-जंतु उसकी यह हालत देखकर उसके पास आए और पूछा, “बगुला भाई, तुम इतने उदास क्यों हो?”
बगुला भगत ने बड़ी चतुराई से कहा, “मैंने सुना है कि इस तालाब का पानी बहुत जल्द ही सूखने वाला है। यहां के सभी जीव-जंतु पानी के बिना मर जाएंगे।”
यह सुनकर सभी पानी के सभी जीव-जंतु बहुत चिंतित हो गए और बगुले से उपाय पूछने लगे।
बगुले ने कहा, “मेरे पास एक सुझाव read more…
#7. गरीब किसान की कहानी
एक छोटे से गाँव में मोहन नाम का एक गरीब किसान रहता था। मोहन के पास खेती करने के लिए बस एक छोटा सा जमीन का टुकड़ा था। वह दिन-रात मेहनत करता, लेकिन उसके पास इतने साधन नहीं थे कि वह ज़मीन से ज्यादा उपज निकाल सके। सालों से वह कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन रहा था, फिर भी उसने कभी हार नहीं मानी।
मोहन के पास अपने परिवार का पेट पालने के लिए फसल के अलावा कोई और दूसरा साधन नहीं था। बारिश का भरोसा भी नहीं था, कभी ज्यादा वर्षा हो जाती, जिससे उसकी फसल बर्बाद हो जाती, और कभी सूखा पड़ जाता, जिससे उसकी मेहनत बेकार हो जाती।
एक बार गांव में बहुत भयंकर सूखा पड़ा। गांव के लगभग सभी किसानों की फसलें सूख गई, जिससे लोग भूखे मरने की स्थिति में आ गए। मोहन भी बहुत हताश था, लेकिन उसने हिम्मत read more…
#8. कछुआ और खरगोश की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक खरगोश और एक कछुआ रहते थे। खरगोश अपनी तेज़ दौड़ने की क्षमता पर बहुत घमंड करता था, जबकि कछुआ अपनी धीमी चाल के कारण जाना जाता था, लेकिन वह हमेशा शांत और संतोषपूर्ण रहता था।
एक दिन घमंडी खरगोश ने कछुए का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “तुम तो बहुत धीमे चलते हो, तुम्हें देखकर लगता है कि तुम कभी किसी दौड़ में नहीं जीत सकते।”
कछुए ने नम्रता और शांतिपूर्ण ढंग से जवाब दिया, “मुझे अपनी धीमी read more…
#9. मूर्ख कछुआ की कहानी
बहुत समय की बात है, एक घने जंगल में एक तालाब था जिसमें एक कछुआ रहता था। उसके बहुत अच्छे दो मित्र थे, जो बगुले थे। तीनों बहुत अच्छे मित्र थे और अक्सर एक साथ ही समय बिताया करते थे।
एक बार, जंगल के उस इलाके में बर्षा नहीं हुई जिससे सूखा पड़ गया और तालाब का पानी सूखने लगा। कछुआ बहुत अधिक चिंतित हो गया कि अगर तालाब सूख गया, तो वह कैसे जिंदा रहेगा। उसने अपने बगुले दोस्तों से सहायता मांगी।
बगुलों ने कछुए की चिंता को समझा और उसे दिलाशा दिलाते हुआ बोला, “चिंता मत करो मित्र, हम तुम्हारी सहायता जरूर करेंगे। हम तुम्हें एक सुरक्षित जगह ले जाएंगे, जहाँ ढेर read more…
#10. चींटी और टिड्डा की कहानी
एक समय की बात हैं। एक हरे-भरे जंगल में गर्मी का मौसम था। चारों तरफ हरियाली छाई हुई थी। सभी जानवर खुश और संतुष्ट थे। इसी जंगल में एक मेहनती चींटी रहती थी, जो हमेशा अपने काम में लगी रहती थी। गर्मियों के दिनों में वह अपने भोजन का इंतजाम कर रही थी, ताकि सर्दी के कठोर मौसम में उसे भूखा न रहना पड़े। वह दिन-रात मेहनत करके अपने बिल में अनाज के दाने जमा कर रही थी।
दूसरी ओर, उसी जंगल में एक टिड्डा रहता था, जो बिल्कुल भी मेहनत नहीं करता था। वह दिन भर गाना गाता, मस्ती करता और आराम से समय बिताता। उसे खाने-पीने की कोई चिंता नहीं थी।
टिड्डा चींटी को देखकर उसका मज़ाक उड़ाता और कहता, “अरे, चींटी बहन! क्यों इतनी मेहनत read more…
#11. कौवा और उल्लू की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में कौवा और उल्लू रहा करते थे। कौवा दिन में उड़ता और खाना ढूंढता, जबकि उल्लू रात में शिकार करता। एक दिन कौवे और उल्लू में किसी बात पर बहस हो गई कि कौन ज्यादा समझदार है।
कौवे का कहना था कि वह ज्यादा समझदार है क्योंकि वह दिन में सब कुछ देख सकता है और आसानी से खाना ढूंढ सकता है। वहीं, उल्लू का कहना था कि वह रात में देख सकता है और अंधेरे में भी आसानी से शिकार कर सकता है, इसलिए वह ज्यादा समझदार है।
किसी नतीजे पर न पहुँचते हुए, दोनों ने तय किया कि वे एक प्रतियोगिता करेंगे। प्रतियोगिता यह थी कि दोनों एक-दूसरे के समय में शिकार read more…
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Conclusion
तो दोस्तों हमे उम्मीद है हमनें जो आपको बच्चों के लिए हिंदी नैतिक कहानियां (Short Story in Hindi) बताया है वो आपको जरूर पसंद आया होगा।
इस short story in hindi with moral लेख को अपने परिवार के छोटे बच्चों के साथ शेयर जरूर करें, ताकि वे भी सभी छोटी कहानी इन हिंदी (Very Short Stories in Hindi) जान पाए।